चेन्नई । रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि चक्रवात ओखी के कारण समुद्र में फंसे कुल 357 मछुआरों को बचाया गया जिसमें तमिलनाडु के 71 मछुआरे शामिल हैं। रक्षा मंत्री के आधिकारिक ट्विटर हैंडल में एक फोटो पोस्ट की गई है जिसमें वह हेलीकाप्टर के अंदर से तमिलनाडु के कन्याकुमारी में राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेते हुई दिखाईं दे रही हैं। रक्षा मंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल में लिखा, चक्रवात ओखी से प्रभावित मछुआरों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना, तट रक्षक बलों और वायु सेना की ओर से चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों पर 357 मछुआरों को बचाया गया।
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया कि नौसेना ने केरल से 121 मछुआरों को और वायु सेना ने 15 मछुआरों को बचाया है। वहीं तटरक्षकों ने तमिलनाडु से 71 और केरल से 114 मछुआरों को बचाया, मर्चेंट पोतों और नौकाओं ने 36 मछुआरों की जाने बचाईं। तिरुवनंतपुरम से कन्याकुमारी पहुंचने पर निर्मला ने उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम, मंत्रियों और अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने ट्वीट किया, चक्रवात ओखी- श्रीमती एन सीतारमण माननीय उप मुख्यमंत्री, वरिष्ठ मंत्रियों, नौसेना के अधिकारियों ,तटरक्षक और जिले के अधिकारियों के साथ कन्याकुमारी पहुंची, श्रीमती एन सीतारमण ने वर्तमान हालात का जायजा लिया।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही तमिलनाडु के भाजपा इकाई के अध्यक्ष ने रक्षा मंत्री का स्वागत किया। ट्विटर हैंडल में पोस्ट की गई तस्वीर में रक्षा मंत्री को पनीरसेल्वम , मंत्रियों और अधिकारियों के साथ चर्चा करते दिखाया गया है। रक्षा जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि मछुआरा समुदाय के लोगों से बातचीत के अलावा उनका नागरकोइल, नीरोदी और सुशीन्द्रम क्षेत्रों में भी जाने का कार्यक्रम है। रक्षा मंत्री ने तथ्यात्मक दस्तावेज जारी करते हुए कहा कि तमिलनाडु के मछुआरों की तलाश और उनको बचाने के लिए 30 नवंबर से रक्षक बल ने दो नौकाएं तैनात की हैं इसके अलावा इतनी ही संख्या में फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट और एक हेलीकाप्टर तैनात किया गया है। इसी प्रकार से तट रक्षक ने केरल में सात और लक्षद्वीप में एक नौका तैनात की है।नौसेना ने छह नौकांए, दो फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट और केरल में दो हेलीकाप्टर लगाए हैं। वहीं वायु सेना ने तमिलनाडु और केरल में एक विमान और दो हेलीकाप्टर लगाएं हैं।